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स्वामी यूहन्ना: प्रयाश्चित और आत्म-अभिषेक की शिक्षा देते हैं

हमने कृष्ण के जन्म के माध्यम से यीशु (येसु सत्संग) के जन्म की जांच की। पौराणिक कथाओं में वर्णित है कि कृष्ण का बड़ा भाई… और पढ़ें »स्वामी यूहन्ना: प्रयाश्चित और आत्म-अभिषेक की शिक्षा देते हैं

यीशु ने आश्रमों के दायित्व को कैसे अपने ऊपर लिया

एक धार्मिक जीवन चार अवस्थाओं (आश्रमों) में विभाजित होता है। एक व्यक्ति के जीवन की विभिन्न अवस्थाओं के लिए आश्रमों/आश्रम लक्ष्यों की प्राप्ति, जीवन के… और पढ़ें »यीशु ने आश्रमों के दायित्व को कैसे अपने ऊपर लिया

यीशु मसीह का जन्म: देवों द्वारा घोषित और बुराई द्वारा खतरे में पड़ा

यीशु (येसु सत्संग) के जन्म के कारण संभवतः सबसे व्यापक रूप से मनाया जाने वाला वैश्विक अवकाश – क्रिसमस का त्योहार है। यद्यपि कई लोग… और पढ़ें »यीशु मसीह का जन्म: देवों द्वारा घोषित और बुराई द्वारा खतरे में पड़ा

ब्रह्म और आत्मा को समझने के लिए लॉगोस का देहधारण

भगवान ब्रह्मा ब्रह्मांड के सृष्टिकर्ता की पहचान के रूप में पाया जाने वाला सामान्य नाम है। प्राचीन ऋग्वेद (1500 ईसा पूर्व) में प्रजापति को आमतौर… और पढ़ें »ब्रह्म और आत्मा को समझने के लिए लॉगोस का देहधारण

दस आज्ञाएँ: कलियुग में कोरोना वायरस की जाँच की तरह

यह आम तौर पर स्वीकार किया जाता है कि हम कलियुग या काली के युग में रह रहे हैं। यह सतयुग, त्रेता युग और द्वापर… और पढ़ें »दस आज्ञाएँ: कलियुग में कोरोना वायरस की जाँच की तरह

भजन संहिता 22 की भविष्यद्वाणी की पहेली

कुछ वर्षों पहले मेरे साथ कार्य करने वाला मेरा एक सहयोगी, जीत, मेरी मेज के पास धुमता हुआ आया। जीत समझदार और शिक्षित था –… और पढ़ें »भजन संहिता 22 की भविष्यद्वाणी की पहेली

वर्ण के साथ-साथ अवर्ण: यह पुरूष सभी लोगों के लिए आता है

हमने सीखा कि प्राचीन वेदों ने आने वाले व्यक्ति की ओर पहले से ही कैसे देखा था। हमने ऋग्वेद में पुरुष सूक्ति की पुस्तक के… और पढ़ें »वर्ण के साथ-साथ अवर्ण: यह पुरूष सभी लोगों के लिए आता है

आने वाला महान् राजा: जिसका नाम सैकड़ों वर्षों पहले रखा गया था

विष्णु पुराण में राजा वेन के बारे में बताया गया है। यद्यपि वेन ने एक अच्छे राजा के रूप में आरम्भ किया था, तथापि भ्रष्ट… और पढ़ें »आने वाला महान् राजा: जिसका नाम सैकड़ों वर्षों पहले रखा गया था

एक दृढ़ बरगद की तरह वट सावित्री में : शाखा का चिन्ह

वट-वृक्ष, बरगद या बड़ का वृक्ष दक्षिण एशियाई आध्यात्मिकता में केन्द्रीय स्थान रखता है और यह भारत का राष्ट्रीय वृक्ष है। यह यम के साथ… और पढ़ें »एक दृढ़ बरगद की तरह वट सावित्री में : शाखा का चिन्ह

कुरुक्षेत्र के युद्ध के जैसे ही: एक ‘अभिषिक्त’ शासक के आने वाली भविष्यद्ववाणी

महाभारत में भगवद् गीता बुद्धि साहित्य केन्द्रिय बिन्दु है। यद्यपि यह गीता (गीत) के रूप में लिखी हुई है, तथापि इसे अक्सर पढ़ा ही जाता… और पढ़ें »कुरुक्षेत्र के युद्ध के जैसे ही: एक ‘अभिषिक्त’ शासक के आने वाली भविष्यद्ववाणी