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उत्पत्ति और Purusasukta

आरम्भ से ही – मोक्ष की प्रतिज्ञा

मेरे पिछले कुछ लेखों में मैंने यह देखा कि कैसे उसकी आरम्भिक रची हुई अवस्था से पाप में गिर कर मनुष्य पतित हो गया। परन्तु… और पढ़ें »आरम्भ से ही – मोक्ष की प्रतिज्ञा