परमेश्वर के स्वरूप में
हमने पहले ही देख लिया है कि कैसे पुरूषासूक्ता का आरम्भ समय के आरम्भ होने से पहले होता है और यह कैसे परमेश्वर की मनसा (प्रजापति) को पुरूषा के बलिदान करने के निर्णय का वर्णन… परमेश्वर के स्वरूप में
हमने पहले ही देख लिया है कि कैसे पुरूषासूक्ता का आरम्भ समय के आरम्भ होने से पहले होता है और यह कैसे परमेश्वर की मनसा (प्रजापति) को पुरूषा के बलिदान करने के निर्णय का वर्णन… परमेश्वर के स्वरूप में